भारतीय स्टूडेंट्स के जब विदेश से एमबीबीएस करने की बात आती है, तो कई देशों का नाम हमारे जेहन में आ जाते हैं। जो देश भारतीय स्टूडेंट्स के लिए MBBS की पढ़ाई के लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं, उनमें से मध्य एशिया में स्थित देश कजाकिस्तान भी एक है। कजाकिस्तान एक ऐसा देश है, जो एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए बीते कुछ वर्षों में बहुत ही तेजी से लोकप्रिय हुआ है। कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करना भारतीय स्टूडेंट्स के लिए कई मायनों में बड़ा ही लाभकारी है। इस लेख में हम आपको विस्तार से इस बारे में बता रहे हैं कि कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करने से आपको किस-किस तरह के लाभ मिल सकते हैं और किस तरह से अपने डॉक्टर बनने के सपने को आप पूरा कर सकते हैं।
कजाकिस्तान एक नजर में
देखा जाए तो कजाकिस्तान की दूरी भारत से ज्यादा नहीं है। कजाकिस्तान मेडिकल के क्षेत्र में बहुत ही तेजी से विकास कर रहा है। कजाकिस्तान में बड़ी संख्या में हर साल दुनियाभर से स्टूडेंट्स एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं। यह दुनिया का नौवां सबसे बड़ा देश भी है। कजाकिस्तान अपनी विविधता से भरी हुई संस्कृति के लिए जाना जाता है। इसके अलावा यहां दी जाने वाली मेडिकल की शिक्षा बड़े ही ऊंचे स्तर की होती है।
कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई से मिलने वाले लाभ
बड़ी संख्या में भारतीय स्टूडेंट्स हर साल नीट (NEET) की परीक्षा में यह सोचकर शामिल होते हैं कि उन्हें अच्छा स्कोर हासिल हो और वे अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेकर डॉक्टर बनने के अपने अरमान को पूरा कर लें। हालांकि सभी स्टूडेंट्स का यह सपना इसलिए पूरा नहीं हो पाता है, क्योंकि नीट में अच्छा स्कोर नहीं कर पाने की वजह से उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला नहीं मिल पाता। ऐसे स्टूडेंट्स बड़ी तादाद में होते हैं, जो भारत में मौजूद निजी मेडिकल कॉलेजों की महंगी फीस नहीं दे सकते हैं और इस वजह से एमबीबीएस करने की उनकी ख्वाहिश धरी की धरी रह जाती है। ऐसे में इन भारतीय स्टूडेंट्स के लिए मेडिकल की पढ़ाई के लिए कजाकिस्तान एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आता है, जहां कि मेडिकल की पढ़ाई करने से भारतीय स्टूडेंट्स को कई तरह के लाभ मिल सकते हैं।
कजाकिस्तान में मौजूद मेडिकल यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों की यह खासियत है कि यहां पर भारतीय स्टूडेंट्स को सस्ती कीमत पर मेडिकल की पढ़ाई नसीब हो जाती है। यह पढ़ाई अंग्रेजी में होती है, जिसकी वजह से स्टूडेंट्स को पढ़ने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है। कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए भारतीय स्टूडेंट्स को किसी तरह की कोई और प्रवेश परीक्षा में शामिल नहीं होना पड़ता है। यहां तक कि उनके लिए IELTS और TOFEL जैसे इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट को भी पास करना जरूरी नहीं होता है।
कजाकिस्तान में मौजूद मेडिकल विश्वविद्यालय और कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को काफी अनुभव होता है। यहां के मेडिकल विश्वविद्यालय से बहुत से अस्पताल जुड़े हुए हैं, जिससे कि स्टूडेंट्स को प्रैक्टिस करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है। जो स्टूडेंट्स इन कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करते हैं, उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए इन अस्पतालों में भेज दिया जाता है। कजाकिस्तान की यह खासियत है कि यहां मेडिकल की पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल नॉलेज खूब मिलता है, क्योंकि यहां मेडिकल से जुड़ी लेटेस्ट तकनीकों को इस्तेमाल में लाया जाता है।
कजाकिस्तान में मौजूद मेडिकल यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों को भारत के नेशनल मेडिकल कमिशन यानी कि NMC की तरफ से भी मान्यता मिली हुई है। कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई भारतीय स्टूडेंट्स को इतनी अच्छी तरीके से करवाई जाती है कि इसके बाद जब वे भारत आकर प्रैक्टिस करने के लिए दी जाने वाली परीक्षा में बैठते हैं, तो उसमें भी वे आसानी से पास हो जाते हैं। कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई उच्च स्तर की होती है और यही वजह है कि भारत के अलावा रुस, चीन, किर्गिस्तान और दुनिया के दूसरे देशों से भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स यहां मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए हर साल पहुंचते हैं।
कजाकिस्तान में MBBS की पढ़ाई के दौरान भारतीय स्टूडेंट्स को रहने-खाने की दिक्कत नहीं होती है, क्योंकि यहां विश्वविद्यालयों के कैंपस में ही हॉस्टल मौजूद हैं। ये हॉस्टल हर तरह की आधुनिक और जरूरी सुविधाओं से लैस हैं। यहां भारतीय स्टूडेंट्स के लिए ऐसे भोजन भी उपलब्ध होते हैं, जो वे रुचि लेकर खा सकें। भारतीय स्टूडेंट्स को यहां घर से दूर रहने का एहसास कम ही होता है।
ऐसे भारतीय स्टूडेंट्स जो कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके माता-पिता को उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता नहीं करनी पड़ती है, क्योंकि कजाकिस्तान एक बहुत ही सुरक्षित देश माना जाता है। भारत से कजाकिस्तान के लिए सीधी फ्लाइट भी उपलब्ध है, जिससे यहां आने-जाने में भी किसी तरह की कोई दिक्कत भारतीय स्टूडेंट्स को नहीं होती है। कजाकिस्तान के लिए भारतीय स्टूडेंट्स को वीजा भी बहुत ही आसानी से मिल जाता है और इसके लिए ज्यादा भागदौड़ नहीं करनी पड़ती है।
कुल मिलाकर कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करना भारतीय स्टूडेंट्स के लिए फायदे का सौदा है। जिन भारतीय स्टूडेंट्स के लिए भारत में ज्यादा पैसे खर्च करके निजी कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई कर पाना संभव नहीं है, वे निश्चित रूप से कजाकिस्तान का चयन करके अपने डॉक्टर बनने के सपने को साकार कर सकते हैं।