विदेश में एमबीबीएस को लेकर कंसल्टेंट से पूछे जाने वाले सवाल

Team JagVimal 02 Mar 2023 772 views
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क्या आप विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए तैयार हो रहे हैं? हम जानते हैं कि इसे लेकर आप बहुत ही उत्साहित हैं, लेकिन हम यह भी अच्छी तरह से समझ रहे हैं कि आपके अंदर इसे लेकर थोड़ी-बहुत घबराहट भी है और कुछ हद तक आप इसे लेकर चिंतित भी हैं। खासकर यदि आप पहली बार अपने परिवार से दूर जा रहे हैं, तो आपके अंदर घबराहट कुछ ज्यादा हो सकती है।

mbbs in abroad

यहां हम आपको कुछ सवालों के बारे में बता रहे हैं, जो विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई को लेकर आपको अपने कंसल्टेंट से पूछने चाहिए। इससे आप अपने जीवन में आने वाले इस बड़े बदलाव के लिए तैयार हो पाएंगे और सही निर्णय भी ले पाएंगे।

मुझे एमबीबीएस का चुनाव क्यों करना चाहिए?

एमबीबीएस की डिग्री हासिल करके एक डॉक्टर के रूप में काम करना बड़ा ही संतोष देने वाला होता है। साथ ही समाज में यह एक सम्मानजनक पेशा भी है। ऐसे में यदि आपकी मेडिकल के क्षेत्र में रुचि है, तो आपको एमबीबीएस की पढ़ाई का विकल्प जरूर चुनना चाहिए।

मुझे कितनी अवधि वाले प्रोग्राम का चयन करना चाहिए?

आप ऐसे प्रोग्राम का चुनाव कर सकते हैं, जिसकी अवधि न्यूनतम हो। विदेश में MBBS डिग्री की अवधि 5-6 साल के बीच है।  ऐसे में आप वो देश चुन सकते है जो आपको काम अवधि में डिग्री प्रदान करे। फैसला करने से पहले आप अपने पास मौजूद सभी विकल्पों को देख लें। शॉर्ट टर्म कोर्सेज भी उपलब्ध होते हैं। याद रखें कि विदेश में इतना वक्त बिताने के लिए आपका अच्छी तरीके से तैयार होना भी जरूरी है।

मुझ पर फाइनेंशियली कितना दबाव आएगा?

एक बार जब आप विदेश में पढ़ाई के लिए प्रोग्राम का चयन कर लेते हैं, तो इसके बाद आपको फी स्ट्रक्चर और वहां रहने पर आने वाले खर्च को जांचने के लिए संबंधित यूनिवर्सिटी या कॉलेज की वेबसाइट पर जाना चाहिए। यदि आपको यह पता चलता है कि यह खर्च उठा पाने में आप सक्षम नहीं हैं, तो आपको पढ़ाई के दौरान मिलने वाली स्कॉलरशिप और ट्यूशन फीस में छूट या फिर पढ़ाई के दौरान मिलने वाले काम आदि की जांच करनी चाहिए। आपका काउंसलर विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई को लेकर आपका मार्गदर्शन कर सकता है।

विदेश जाने से पहले मुझे क्या करना चाहिए?

हर यूनिवर्सिटी और देश की कुछ मांगे होती हैं, जिन्हें जाने से पहले पूरा किया जाना जरूरी होता है। जाने के वक्त आपको अपने साथ अपना मेडिकल सर्टिफिकेट और अपनी हेल्थ का रिकॉर्ड रखना पड़ सकता है। आपको अपने ट्रांसक्रिप्ट भेजने पड़ सकते हैं। अपना पासपोर्ट आपको अपडेट करना होता है और वीजा के लिए भी आवेदन देना होता है। जिस यूनिवर्सिटी में आपको एडमिशन मिला है, वीजा के लिए आवेदन करने से पहले वहां से आपके पास ऑफर लेटर पहुंच जाना चाहिए। यह दिखाने के लिए कि आप पढ़ाई के दौरान पूरी फीस का भुगतान कर सकते हैं, इसके लिए आपको फाइनेंशियल दस्तावेज दिखाने पड़ेंगे। यदि आपके देश में इंग्लिश मूल भाषा नहीं है, तो आपको ऐसे में लैंग्वेज टेस्ट के अपने परिणाम दिखाने पड़ सकते है ।

क्या मेरे क्रेडिट ट्रांसफर हो सकते हैं?

यह एक महत्वपूर्ण प्वाइंट है, जिसके बारे में आपको अपने मूल यूनिवर्सिटी या उस यूनिवर्सिटी से बातचीत कर लेनी चाहिए, जहां पर कि आप विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले हैं। वैसे तो ज्यादातर मामलों में क्रेडिट ट्रांसफर होते हैं, लेकिन फिर भी आपको यूनिवर्सिटीज से इस बारे में बातचीत कर लेनी चाहिए।

जिस देश में मैं जा रहा हूं, क्या वह देश प्रवासी स्टूडेंट्स के लिए सुरक्षित है?

ऐसे स्टूडेंट्स जो विदेशों में पढ़ाई कर चुके हैं और वर्तमान में जो वहां पढ़ाई कर रहे हैं, उनसे ये चीजें पता कर लें कि वहां रहने के दौरान नस्लवाद, हमले और डकैती, मौसम की स्थिति और सुरक्षा आदि को लेकर उनके अनुभव कैसे रहे हैं। वैसे तो चीन में भारतीय स्टूडेंट्स के लिए ज्यादातर मेडिकल यूनिवर्सिटीज की ओर से ऐसा वातावरण प्रदान किया जाता है, जो कि विविधताओं से भरा होता है, और इसे स्वीकार भी करता है, लेकिन फिर भी वास्तविक स्थिति का पता आपको लगा लेना चाहिए।

कैसे करें कंसल्टेंट का चुनाव?

जब आप विदेश में एमबीबीएस के लिए कंसल्टेंट का चुनाव कर रहे हैं, तो आपको यह जरूर देख लेना चाहिए कि कंसल्टेंट का एजुकेशनल बैकग्राउंड इससे संबंधित है या नहीं। इसके अलावा यह भी देख लेना जरूरी है कि आप जिस कंसल्टेंट का चुनाव कर रहे हैं, इस क्षेत्र में उसके पास एक कंसलटेंट के रूप में कितने साल का अनुभव मौजूद है। जिस कंसलटेंट के पास अनुभव जितना अधिक होगा, वह उतनी ही अच्छी तरीके से आपका मार्गदर्शन कर पायेगा। अब चूंकि आप विदेश में एमबीबीएस को लेकर कंसल्टेंट का चुनाव कर रहे हैं, इसलिए आपको यह भी देख लेना चाहिए कि उस कंसल्टेंट के पास अंतरराष्ट्रीय अनुभव है या नहीं। किसी अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी से उसने ट्रेनिंग ली है या नहीं। या फिर किसी इंटरनेशनल इंस्टिट्यूशन में काम करने का अनुभव उसके पास मौजूद है या नहीं। कंसल्टेंट का चयन करते वक्त इन सारी चीजों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है।

इन सभी सवालों के जवाब और साथ ही बहुत सी जानकारी आपको एक प्रतिष्ठित स्टूडेंट एडवाइजर या कंसल्टेंट से मिल सकती हैं, जिनके बारे में जिनके पास ज्यादा अनुभव और बेहतर कनेक्शंस होते हैं। ऐसे में आप जगविमल कंसल्टेंट जैसे कंसल्टेंट्स से संपर्क करके सही मार्गदर्शन पा सकते हैं। साथ ही विदेश में एमबीबीएस के अपने सपने को भी साकार कर सकते हैं।

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