फिलीपींस में भारतीय दूतावास की तरफ से भारतीय स्टूडेंट्स के लिए अपने फेसबुक पेज पर एक बड़ी ही महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की गई है, जिसके सामने आने के बाद उन सभी कंसल्टेंट्स की झूठी और मनगढ़ंत कहानियों का पर्दाफाश हो गया है, जिसमें फिलीपींस के बीएस कोर्स को एमडी से जोड़ा जा रहा था। अलग-अलग यूनिवर्सिटी का हवाला देकर इनकी ओर से अपनी डिग्री और अपने बिजनेस को स्टूडेंट्स के हितों को ताक पर रखकर बचाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन अब भारतीय दूतावास की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन ने पूरी तरीके से इसका पर्दाफाश कर दिया है। न केवल भारतीय दूतावास, बल्कि नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) की तरफ से भी यह साफ कर दिया गया है कि 18 नवंबर, 2021 के बाद से जो भी एडमिशन होंगे, वे एनएमसी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक ही होने चाहिए।
अपने फैसले पर फिर से कर लें विचार
नेशनल मेडिकल कमिशन 2021 अधिनियम या फॉरेन मेडिकल ग्रैजुएट्स लाइसेंसिएट अधिनियम 2021 के तहत ही एडमिशन होने चाहिए। इसमें स्पष्ट रूप से यह बताया गया है कि एमडी कोर्स की अवधि न्यूनतम 54 महीने यानी कि साढे 4 साल की होनी चाहिए। साथ ही 12 महीने की इंटर्नशिप भी जरूरी है, जो कि फिलीपींस और कैरेबियन आइलैंड्स में नहीं कराई जाती है। ऐसे में जो स्टूडेंट्स इसे लेकर पहले से असमंजस में थे या फिर जिन्होंने 18 नवंबर से पहले या पिछले दो-तीन महीने में वहां एडमिशन लिया है, वे अपने डिसीजन को लेकर एक बार फिर से विचार कर सकते हैं। वह इसलिए कि आपको न्यूनतम डेढ़ से 2 साल तक बीएस कोर्स करना पड़ेगा। चार साल की आपको एमडी करनी होगी और 1 साल की इंटर्नशिप आपको या तो फिलीपींस या भारत में करनी पड़ेगी।
वैसे, जो स्टूडेंट्स 18 नवंबर से पहले से फिलीपींस में बीएस या एमडी की पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें पैनिक होने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है। वह इसलिए कि यह नया रेगुलेशन सेशन के बीच आया है। वर्ष 2018 में भी जब नए नियम आए थे, तो उस वक्त भी NMC को यह जानकारी मिली थी कि फिलीपींस में पहले प्री-मेडिकल कोर्स करवाया जाता है। उसके बाद एमडी की पढ़ाई होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए तब विदेशों में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वालों के लिए NMC की तरफ से नीट के स्कोर की वैधता को बढ़ाकर 3 साल कर दिया गया था। इसका फायदा अन्य देशों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को भी मिला था। इसलिए बिना किसी चिंता के आप सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें। एनएमसी के पास जब इसे लेकर प्रस्ताव जाएगा कि इतनी बड़ी संख्या में फिलीपींस में भारतीय स्टूडेंट्स एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं, तो जाहिर सी बात है कि एनएमसी की ओर से कोई-न-कोई रास्ता निकाल कर स्टूडेंट्स की मदद की जाएगी।
शंकाओं का हुआ समाधान
18 नवंबर के बाद जब तक फिलीपींस में नियम नहीं बदलते हैं यानी कि 4 साल के कोर्स को साढ़े 4 साल का नहीं किया जाता है, तब तक भारत में आपकी डिग्री वैध नहीं रहेगी। किसी कैरिबियन आइलैंड्स की भी इस तरह की डिग्री वैलिड नहीं मानी जाएगी। इस एडवाइजरी के आ जाने के बाद स्टूडेंट्स की बहुत सारी शंकाओं का समाधान होने जा रहा है। फेसबुक पर आप इंडियंस इन फिलिपींस एंड इंडियन एंबेसी सर्च करके एडवाइजरी को ढूंढ सकते हैं।
बेहद जरूरी बात
यही वजह है कि हम पहले से भी इस बारे में स्टूडेंट्स को एलर्ट करते रहे हैं। आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आप कंसल्टेंट्स को कोई भी पेमेंट न करें। आप सीधे यूनिवर्सिटी को ही पेमेंट करें। इस तरह से 18 नवंबर से पहले जो भी स्टूडेंट्स पढ़ाई के लिए फिलीपींस गए हैं, उनका 7 साल का कोर्स होना चाहिए न कि साढे 5 साल का। ऊपर से 18 नवंबर के बाद वहां की डिग्री वैलिड नहीं है। उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए आई ओपनर साबित होगी और अब आप इस बारे में सही निर्णय ले पाएंगे। ध्यान रहे कि जल्दबाजी में और आंख मूंदकर किए गए फैसले से आपका कॅरियर भी दांव पर लग सकता है।