एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए हर साल बड़ी संख्या में भारतीय छात्र विदेशों का रुख करते हैं। इसकी एक महत्वपूर्ण वजह यह है कि दुनिया के कई देशों में एमबीबीएस की पढ़ाई न केवल भारत से सस्ती या इसके समान ही है‚ बल्कि वहां 12वीं में थोड़े कम अंक होने और नीट में भी स्कोर थोड़ा कम होने पर दाखिला मिल जाता है। जिन देशों में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए भारतीय छात्रों के लिए सबसे अच्छे अवसर मौजूद हैं‚ फिलीपींस उनमें से एक है।
एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए जगविमल कंसल्टेंट्स की ओर से आपको इस लेख में सलाह दी जा रही है‚ तो इसके पीछे बहुत सी वजहें भी छिपी हुई हैं। यहां हम फिलीपींस में एमबीबीएस की पढ़ाई के साथ रुस और कुछ अन्य देशों से तुलना करते हुए भी इसके बारे में आपको बता रहे हैं।
वर्ष 2021 में विदेशों से एमबीबीएस करने के बहुत से अवसर मौजूद हैं। ऐसे में आप चाहें तो इसके लिए फिलीपींस का चुनाव कर सकते हैं। इसके पीछे कई वजहें मौजूद हैं‚ जो निम्नलिखित हैंः–
फिलीपींस में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के क्या फायदे हैं‚ इसके बारे में तो हमने आपको अब तक बता दिया‚ मगर यहां पढ़ाई करने के कुछ नुकसान भी हैं। या फिर यूं कहें कि यहां पढ़ाई करना थोड़ा कठिन भी है। इसके पीछे कई वजहें मौजूद हैं‚ जो निम्नवत् हैंः–
यहां के कई विश्वविद्यालय ऐसे भी हैं‚ जिनके पास छात्रावास की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में जब आप यहां पढ़ाई के लिए पहुंचेंगे और आपको इन विश्वविद्यालयों में दाखिला मिल जायेगा‚ तो शुरुआत के कुछ दिनों तक रहने में आपको परेशानियों से दो–चार होना पड़ सकता है। हालांकि विश्वविद्यालय और अन्य लोगों की तरफ से यहां छात्रों को मदद मुहैया कराई जाती है।
इस तरह से फिलीपींस में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पहुंचने वाले छात्रों को बहुत से लाभ मिलते हैं‚कुछ छोटी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। हालांकि‚ ये सारी चीजें सिर्फ आज ही नहीं‚ बल्कि 10 साल पहले भी हुआ करती थीं। ऐसे में हमारा यह देखना उचित होगा कि फिलीपींस में एमबीबीएस कर लेने के बाद भारतीय छात्रों ने विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा (FMGE) में कैसा प्रदर्शन किया है। तो आपको बता दें कि वर्ष 2012 से 2014 के दौरान अलग–अलग देशों में एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुके छात्रों के FMGE को उत्तीर्ण करने का प्रतिशत देखें तो हम पाते हैं कि फिलीपींस से पढ़ाई पूरी करने वाले भारतीय छात्रों का उत्तीर्णता प्रतिशत लगभग 25% था।
वर्ष 2015 से 2018 के दौरान के परीक्षा परिणाम को देखें तो फिलीपींस के कई विश्वविद्यालयो से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने वाले भारतीय छात्रों का उत्तीर्णता प्रतिशत 20% से भी ज्यादा रहा था। FMGE रिजल्ट को लेकर जरा फिलीपींस की तुलना एमबीबीएस के लिए लोकप्रिय कुछ देशों से करते हैं।
कुल मिलाकर यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि जो छात्र अपनी पढ़ाई को लेकर पूरी तरह से गंभीर है और मेहनत करने से भी पीछे नहीं हटते‚ उनके लिए फिलीपींस सबसे अच्छा विकल्प है। यह भी एक सच है कि औसत छात्रों के लिए यह बिल्कुल भी एक अच्छा विकल्प नहीं है।
इसका जवाब यह है कि यदि आप डॉक्टर बनने का सपना हमेशा से संजोए हुए हैं और साथ ही आप एक अच्छे छात्र हैं‚ जो मेहनत करने में पूरा यकीन रखता है तो आप भारत के बाहर एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए जा सकते हैं। आमतौर पर होता यह है कि वैसे छात्र‚ जो नीट की परीक्षा कम नम्बरो से उत्तीर्ण करते है और वे निजी कॉलेजों में ज्यादा फीस भर पाने की स्थिति में नहीं होते हैं‚ वही एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए विदेशों का रुख करते हैं।
फिलीपींस की बात करें तो यहां 5.5-6 वर्षों के लिए लगभग 17-20 लाख रुपये की फीस भरनी पड़ती है। ऐसे में जगविमल कंसल्टेंट्स की सलाह तो यही होगी कि चूंकि यहां की पढ़ाई बहुत ही ऊंचे स्तर की होती है‚ तो ऐसे में केवल बहुत ही अच्छे छात्रों को यहां पढ़ने के लिए जाना चाहिए। वह इसलिए कि वैसे छात्र‚ जो पढ़ाई में अच्छे नहीं हैं‚ उन्हें यहां टिकने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ सकता है।
इसके लिए हम 2012 से 2014 तक के उपलब्ध आंकड़ों को देखते हैं‚ तो हम पाते हैं कि इस दौरान फिलीपींस में जिन छात्रों ने एमबीबीएस की पढ़ाई की थी और उन्होंने जब FMGE में हिस्सा लिया तो इसमें उत्तीर्ण होने का उनका प्रतिशत 24.6% रहा था।
इस सवाल का जवाब जगविमल कंसल्टेंट्स की ओर से आपको हां में ही मिलेगा‚ क्योंकि फिलीपींस के शहरों में यदि सुविधाओं पर नजर डालें तो ये भारत के हिसाब से बेहतर हैं। इतना ही नहीं यदि प्रदूषण के स्तर को देखें‚ तो इसमें भी यह भारत से बेहतर स्थिति में है। इसके अलावा स्वच्छता के मामले में भी भारत से यह एक कदम आगे है। मौसम भी यहां का रहने के लिए एकदम अनुकूल है। यहां का तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। एक और खास बात यह है कि भारतीय भोजन भी यहां आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। यहां तक कि जैनों द्वारा लिया जाने वाला भोजन और शाकाहारी भोजन भी यहां उपलब्ध हो जाते हैं। हां‚ आपको इस शहर में छाते की भी जरूरत पड़ती है। यहां के शहर मनीला का दृश्य तो आपके मन को मोह ही लेगा।
AMA School Of Medicine की स्थापना वर्ष 2008 में Dr. Amabke R.Aguiluz द्वारा की गई थी। यह यूनिवर्सिटी Philippines के Makati में स्थित है। वर्तमान में इस यूनिवर्सिटी के तीन केंपस है, जो फिलीपींस में MBBS की पढ़ाई के लिए सबसे बेहतरीन विकल्पों में से एक है। AMA School Of Medicine प्रॉब्लम बेस्ड टीचिंग पद्धति को लागू करता है और मेथाडोलॉजी तथा हैंड ऑन वर्क जैसे कि cadavers, ह्यूमन बॉडी के छात्रों की फैमिलियरिटी को बढ़ाता है।
Bicol Christian College कई सारे गवर्नमेंट हॉस्पिटल के साथ एफिलिएटिड है और इसमें सभी प्रकार की फैसिलिटी उपलब्ध है। यहां पर trained professionals द्वारा प्रैक्टिकल की क्लासेस आयोजित की जाती हैं। यूनिवर्सिटी द्वारा दी गई मेडिकल डिग्री को पूरे विश्व भर में मान्यता प्राप्त है। इसके अलावा Bicol Christian College को National Medical commission (NMC) द्वारा भी recognise किया गया हैI
Cagayan State University College Of Medicine का सारा कार्यभार Cagayan State University Board of Residence या Lupon ng mga Rehente in Filipino के अंतर्गत होता है। इस बोर्ड में कुल 12 मेंबर शामिल है, जो Cagayan State University system के सबसे हाईएस्ट डिसीजन मेकिंग बॉडी में से है। इसके अलावा Cagayan State University का एक Vice- Chairperson होता है। Cagayan State University College Of Medicine को CHED (Commission of Higher education) और साथ ही NMC (National medical Commission) द्वारा मान्यता प्राप्त है। इस यूनिवर्सिटी को IMDE डायरेक्टरी में लिस्टेड किया गया है।
Davao Medical School University को Philippines की टॉप medical universities में है। इस university को विश्व के जाने-माने अनुसंधान जैसे- NMC (National Medical Commission) और WHO (World Health Organization) द्वारा भी recognise किया गया है और इतना ही नहीं बल्कि Davao Medical School University का विश्व भर की जानी-मानी और प्रसिद्ध मेडिकल यूनिवर्सिटी से अच्छे संबंध हैं।
Emilio Aguinaldo College of Medicine के सबसे पहले dean Ophthalmologist के प्रोफेसर Dr. Salvador R. Salceda थे। इसके बाद यूनिवर्सिटी के दो और dean बने gastroenterologist के प्रोफेसर Dr. Esteban P. Pineda और surgical oncologist के प्रोफेसर Dr. Conrado. C. Capcom थे तथा चौथे और वर्तमान Dean Dr. Asuncion. L. Abaya- Morido है। Abaya- Morido एक जनरल सर्जन और मेडिकल सेंटर मनीला के पूर्व हॉस्पिटल के डायरेक्टर है। जिन्हें अब मनीला मेड के रूप में जाना जाता है।
Lyceum Northwest University, को NMC (National Medical Commission), WHO (World Health Organization) तथा अन्य प्रसिद्ध निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त है। इस यूनिवर्सिटी में MBBS और MD दोनो की डिग्री ऑफर की जाती है। इसके अलावा Lyceum Northwest University छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार के और बेहतरीन कोर्सेज़ प्रदान करता है, जैसे psychology, biochemistry, psychiatry, obstetrics, Pharmacology, pediatrics, general medicine, preventive medicine, medical practice, human Anatomy इत्यादी शामिल है।
Our Lady of Fatima University की स्थापना 1973 में Jose Olivares और उनके दामाद (Son- in- law) Dr. Vicente M. Santos. Sr. स्थापित किया गया था। यह यूनिवर्सिटी मेडिकल एजुकेशन के लिए सबसे अच्छे केंद्रों में से एक है। अपनी स्थापना के बाद लगभग 54 वर्षों से Our Lady of Fatima University ने सभी विषयों के करीब 30,000 से भी ज्यादा Medical practitioners को ग्रेजुएट किया है।
University of Northern Philippines College of Medicine एक राज्य - शासन non profit organisation है। इस यूनिवर्सिटी को सन 1906 में स्थापित किया गया था। इस यूनिवर्सिटी को सरकार द्वारा संचालित किया जाता है। इसके साथ ही University of Northern Philippines College of Medicine, को globally 10,362 वीं रैंक प्राप्त है।
University of Perpetual Help को National Medical Commission (NMC), CHED, Philippines, Medical board of California (USA), FAIMER और World Health Organization (WHO) द्वारा भी officially recognise किया गया है। यूनिवर्सिटी के फैकल्टी मेंबर्स विश्व के सबसे प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जैसे कि- Harvard, University of London, UCLA, PLM, FEU, De la Salle, UST, UC Davis etc) द्वारा graduated है। Medical board exam के लिए पढ़ने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा review classes भी दी जाती हैं।
फिलीपींस एक ऐसा देश है‚ जहां आपको भाषा की समस्या का सामना शायद ही करना पड़े। उसकी वजह यह है कि इस देश की स्थानीय भाषा अंग्रेजी है। यहां के लोग अंग्रेजी में ही बातचीत करते हैं। ठीक उसी तरीके से जैसे कि भारत में प्रोफेसर‚ शिक्षक और स्थानीय लोग अंग्रेजी सीखकर इसमें बातें करते हैं। भारत के जो छात्र फिलीपींस में पढ़ाई कर रहे हैं‚ उन्हें यहां भाषा की कोई समस्या नहीं हुई है। वे यहां के स्थानीय लोगों से अंग्रेजी में आराम से बातें करते हैं। ऐसे में फिलीपींस में इससे बेहतर आपके लिए और क्या हो सकता है कि बाकी देशों की तरह यहां आपको कोई और भाषा सीखने की जरूरत ही नहीं होती है। जैसे कि यदि आप रुस को लें‚ तो यहां स्थानीय भाषा सीखना अनिवार्य होता है। इसी तरह से यूक्रेन और चीन जैसे देशों में स्थानीय भाषा को सीखना पड़ता है।
फिलीपींस में एमबीबीएस की पढ़ाई कराने वाले कॉलेजों और विश्वविद्यालयों पर नजर डालें तो यहां की फीस 5 साल के लिए 15.22 लाख रुपये से शुरू होती है और यह 20.4 लाख रुपये तक भी चली जाती है। फीस एक बार में भरने की जरूरत नहीं होती है। फीस को आप सालाना किस्त के तौर पर भी जमा कर सकते हैं‚ जिससे कि आप पर किसी तरह का आर्थिक दबाव नहीं बनता है। परिवार के लिए भी फीस का इंतजाम करना आसान हो जाता है।
यहां के कॉलेजों में पढ़ाई के लिए यदि आप दाखिला चाहते हैं तो फिर 12वीं पूरी करने के बाद आप यहां पहुंच सकते हैं। इसके लिए यह जरूरी है कि 12वीं में आपके कुल मिलाकर 50 प्रतिशत अंक हों। साथ ही आपका इस दौरान भौतिकी‚ रसायन और जीव विज्ञान पढ़ा होना जरूरी है। सभी विषयों में उम्मीदवार का पास होना जरूरी होता है। इसके साथ ही इस दौरान अंग्रेजी का भी एक अनिवार्य विषय के रूप में होना आवश्यक है। जो छात्र अनुसूचित जाति‚ अनुसूचित जनजाति या फिर अन्य पिछड़ा वर्ग से नाता रखते हैं‚ उनके लिए कुल अंक 40 प्रतिशत रखा गया है। इनका भी 12वीं में भौतिकी‚ रसायन और जीव विज्ञान पढ़ा होना जरूरी है और अंग्रेजी का एक अनिवार्य विषय के रूप में होना भी आवश्यक है। इसके अलावा आपका यह जान लेना भी जरूरी है कि विदेशों में एमबीबीएस में दाखिले के लिए 2018 से नीट को उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है।
फिलीपींस में जो शिक्षा व्यवस्था चली आ रही है‚ उसके मुताबिक यहां के छात्रों को 10 + 4 का अनुसरण करना होता है। यहां स्कूली शिक्षा 10 वी के बाद पूरी हो जाती है और इसके बाद उन्हें 4 साल का BS कोर्स करना होता है‚ जो कि एक डिग्री कोर्स है। इस तरह से 14 साल पूरा करने के बाद ही छात्रों को MD कोर्स में दाखिला मेडिकल में करियर बनाने के लिए मिल पाता है। भारत के जो छात्र 10+2 सिस्टम में पढ़ाई करके फिलीपींस जाते हैं और वहां एमबीबीएस की पढ़ाई करना चाहते हैं‚ उन्हें एमबीबीएस से पहले BS कोर्स में दाखिला लेना होता है। हालांकि भारत के जो छात्र 10+2 कर चुके होते हैं‚ उन्हें BS कोर्स में अतिरिक्त क्रेडिट मिलता है और BS डिग्री पूरा करने से पहले तीन सेमेस्टर के दौरान BS कोर्स के बाकी क्रेडिट को प्राप्त करना होता है। इसके बाद ही वे एमबीबीएस कोर्स के लिए योग्य हो पाते हैं।
संक्षेप में कह सकते हैं कि भारतीय छात्रों को यहां लगभग 1.5-2 वर्ष का BS और 4 वर्ष का MD कोर्स करना होता है।
NMAT फिलीपींस या नेशनल मेडिकल एडमिशन टेस्ट (NMAT) फिलीपींस में मेडिकल स्कूलों में प्रवेश के लिए ली जाने वाली एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। BS कोर्स को पूरा कर लेने के बाद भारतीय छात्रों को 4 साल के MD कोर्स में दाखिला लेने के लिए NMAT में बैठना पड़ता है।
क्या आपको एमबीबीएस के लिए फिलीपींस जाना चाहिएॽ
ऐसी कोई भी वजह नहीं है‚ जिसे लेकर मेडिकल की पढ़ाई के लिए आप फिलीपींस का चुनाव नहीं करें। यदि आप पढ़ाई में अच्छे हैं और रोजाना 6–7 घंटे के लेक्चर के साथ 8 से 12 घंटे की पढ़ाई कर सकते हैं‚ तो आप स्क्रीनिंग टेस्ट में जरूर सफल हो जाएंगे।
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